Saturday, July 9, 2011

तिब्‍बती कविता

धर्मशाला, मेक्‍लोडगंज में दलाई लामा और तिब्‍बती रहते हैं. वहीं हैं कवि लासंग शेरिंग. एक दोस्‍त ने उनसे मुलाकात कराई, मैक्‍लोडगंज में ही, जहां शेरिंग बुक वर्म नाम का किताबों की दुकान चलाते हैं. इनका एक संग्रह है टुमारो एंड अदर पोइम्‍स, जो अब आउट आफ प्रिंट हो गया है. उनहोनें अपनी चार कविताओं के कार्ड बना रखे हैं. आप इन्‍हें बुक मार्क भी कह सकते हैं. इनकी ये चार कविताएं यहां जस की तस






3 comments:

  1. "that we were truly unprepared for war"....

    are we ready to be *prepared for* WAR ?

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  2. हिन्दी अनुवाद मिल सकता है क्या?

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  3. है नहीं, करना होगा.

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