शिव कुमार जी से अंतिम भेंट मार्च महीने में जनवादी लेखक संघ की राम विलास शर्मा पर हुई गोष्ठी में हुई. कमजोर थे पर अपने व्याख्यान में हमेशा की तरह करीब घंटा भर तो समा बांधा ही. ये चित्र उसी दिन के हैं.
उनके पास आनंद जाने की बात भी बात ही रह गई. आज मित्र लोग अंत्येष्टि में गए हैं, मैं रह गया.
श्रद्धांजलि..
ReplyDeleteसश्रद्ध नमन.
ReplyDeleteश्रद्धांजलि
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