Monday, November 23, 2009

हिमाचल मित्र का शरद अंक



हिमाचल मित्र का शरद छप गया है. इस अंक में हम आपके लिए लाए हैं लगभग पचास लेखकों और एक सौ सोलह पृष्‍ठों में महत्‍वपूर्ण और विवधितापूर्ण सामग्री. यदि आप इसे पढ़ना चाहते हैं तो कृपया अपना नाम पता हमें मेल कर दें, प्रतियां बच गईं तो आपको जरूर भेजेंगे.

आर्थिक मंदी पर तापोश चक्रवर्ती की लिखी आमुख कथा - हम तो डूबेंगे सनम तुम्हें भी ले डूबेंगे॥

हिंदी फिल्‍मों के नामी साउंड इंजीनियर कुलदीप सूद से बातचीत॥

रजनीश शर्मा बता रहे हैं राजनैतिक हलचल का राजरंग॥

लोक संस्कृति में - भिति चित्र : शम्मी शर्मा हिमाचली लोकनाटय भगत : रमेश मस्ताना ॥ उंची हेक की कलाकार -निम्मो चौधरी : अशोक जेरथ॥ सोलन की धाम : खेमराज शर्मा कांगड़ा सुहाग गीतों में नारी विमर्श : चंद्ररेखा ढडवाल

अनुगूंज - मनोज शर्मा

साहित्य - मेरी प्रिय कहानी : रेखा॥ टिप्पणी : निरंजन देव॥ बातचीत : मधुकर भारती

कविताएं - कुमार कृष्ण ओम भारद्वाज ओम भारती अशोक जेरथ विवेक शर्मा

लघुकथा - कृष्णचंद्र महादेविया विचार मंथन - कुशल कुमार

पहाड़ी कलम में - लोक गीत॥ गल सुणा : अनूप सेठी कवितां - रमेशचंद्र शाह गौतम व्यथितअशोक दर्द

लघुकथा - भगवान देव चैतन्य चाचू भतीजू : गप्पी डरैबर॥ पहाड़ी भाषा में शब्द वर्तनी की समस्या :मौलूराम ठाकुर

पर्यावरण - दौड़ो दौड़ो बच्चो! पहाड़ पर आग लगी : डॉ उरसेम लता॥ पहाड़ की बेटियां (कविता) सुरेश निशांत

आइना - नीलकंठ पराशर॥ अमन काचरू के लिए (कविता) : नवनीत शर्मा

करियर कैफे : पढ़ाई कानून की : सुदर्शन वात्स्यायन

भूगोल से आगे - पांडुलिपियों को बचाना जरूरी : रमेश चंद्रा पांडुलिपियों का सर्वेक्षण : बी आर जसवाल

अनुवाद के अनुवाद की कहानी : डॉ नरेश प्रेम कौन है और पवन कौन : पवनेंद्र पवन

हबीब तनवीर - पहली और आखिरी मुलाकात : अजय सकलानी संजय भिसे तैयब मेहता की याद॥

गेयटी थियेटर की नई पारी : भारती कुठियाला श्रीनिवास श्रीकांत त्रिलोक मेहरा दयाल प्रसादसंवाद मित्र

यात्रा - हिमाचल दर्शन : शैलेश सिंह

आस्वाद और परख में - श्रीनिवास श्रीकांत की कविताओं पर नरेश चंद्रकर और जगन्नाथ पंडित मोहन साहिल की कविताओं पर सुजाता हरि मृदुल की कविताओं पर सतीश पांडेय अकादमी की किताबों पर श्रीहर्ष तैलंग

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