Saturday, November 29, 2014

जूते

नई पीढ़ी में ऐसे भी लोग हैं जो हिंदी साहित्‍य को प्रौद्योगिकी के सहयोग से व्‍यापक पाठक वर्ग तक ले जाना चाहते हैं। इन्‍हीं में से एक युवा फिल्‍मकार मनीष गुप्‍ता हैं जो हिन्‍दी कविता की छोटी-छोटी वीडियो फिल्‍मों की एक श्रृंखला यूट्यूब के लिए बना रहे हैं। अभी यह शुरुआत है। वे हिंदी कविता का पूरा परिदृश्‍य यहां रख देना चाहते हैं। यह एक महत्‍वाकांक्षी योजना है। मौजूदा साहित्‍यिक संसार में तो और भी ज्‍यादा। इस श्रृंखला में उन्‍होंने हाल में मेरी जूते कविता रखी है। इसका लिंक नीचे दिया गया है। इसी लिंक पर यूट्यूब में हिंदी कविता चैनल का लिंक भी आपको मिल जाएगा, जहां आप और भी कविताओं का आनंद ले सकते हैं। 


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