अनूप सेठी
Tuesday, May 5, 2020
सवा दो अक्षर
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मैंने कहानियां ज्यादा नहीं लिखीं हैं । जो लिखी हैं वो भी पचीस तीस साल पहले । रोटियां कहानी हिमाचल की ग्रामीण पृष्ठभूमि पर है , जो मधु...
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Thursday, April 23, 2020
कोरोना काल
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सुमनिका द्वारा करीब पचीस साल पहले चारकोल से बनाया गया स्केच यह थकना भी कोई थकना है लल्लू ! हम अजीबोगरीब वक्त में फंस गए हैं । एक ...
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Sunday, December 29, 2019
विष्णु खरे - अधूरा साक्षात्कार
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विष्णु खरे जी की यह बातचीत चिंतनदिशा के हाल के अंक में यानी 2019 अंत में छपी है। इसकी शुरुआती रिकॉर्डिंग 2012 में रमेश राजहंस के घर पर...
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